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एशिया में 2023 से ह्यूमन राइट्स प्रेस अवार्ड्स दोबारा शुरू किया जाएगा

ह्यूमन राइट्स वॉच और एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी संयुक्त रूप से पुरस्कार आयोजित करेंगे

हांगकांग में प्रिंटिंग फैक्ट्री में एप्पल डेली अखबार का ढेर लगाते श्रमिक, 17 जून, 2021. © 2021 माइकल हो वाई ली/एपी इमेजेज वाया सोपा इमेजेज

(बैंकाक) - ह्यूमन राइट्स वॉच और एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के वाल्टर क्रोनकाइट स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन ने आज विश्व मानवाधिकार दिवस पर घोषणा की कि वे संयुक्त रूप से ह्यूमन राइट्स प्रेस अवार्ड्स प्रदान करेंगे. पहले यह अवार्ड एक चौथाई सदी तक फॉरेन कोरेस्पोंडेन्ट्स क्लब ऑफ़ हांगकांग (एफसीसीएचके) द्वारा प्रदान किए जाते थे. आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है और 1 फरवरी तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे.

जून 2020 में हांगकांग में चीनी सरकार द्वारा कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के बाद एफसीसीएचके ने इन पुरस्कारों को स्थगित कर दिया. ये पुरस्कार एशिया में मानवाधिकार पर सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टिंग के लिए प्रदान किए जाते थे. तब से, प्रेस की आज़ादी पर हांगकांग सरकार के हमलों के कारण शहर के सबसे बड़े अखबार एप्पल डेली समेत कम-से-कम आठ अन्य मीडिया संसथान बंद हो चुके हैं. इस तरह के जोखिमों के कारण एफसीसीएचके ने पुरस्कारों को बंद करने का फैसला लिया.

ह्यूमन राइट्स प्रेस अवार्ड्स द्वारा एशिया में मानवाधिकारों के मुद्दों पर उत्कृष्ट रिपोर्टिंग को सम्मानित किए जाने का लंबा और विशिष्ट इतिहास रहा है. पिछले विजेताओं में फिलीपीन के पत्रकार और नोबेल पुरस्कार विजेता मारिया रसा और मलेशिया में जन्मे लॉस एंजिल्स टाइम्स के फोटो जर्नलिस्ट मार्कस याम शामिल हैं. मार्कस याम ब्रेकिंग न्यूज फोटोग्राफी के लिए इस साल के पुलित्जर पुरस्कार विजेता भी हैं.

ह्यूमन राइट्स वॉच की कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक तिराना हसन ने कहा, “ह्यूमन राइट्स वॉच को मानवाधिकारों के मुद्दों पर महत्वपूर्ण रिपोर्टिंग, खास तौर से एशिया के इस नाजुक दौर में, को मान्यता देने और पुरस्कृत तथा समर्थन करने की परंपरा जारी रखने में प्रसन्नता हो रही है. गलत-सूचनाओं और मिथ्या-प्रचार के दौर में, चीन, अफगानिस्तान, म्यांमार और बहुतेरे अन्य जगहों से संबंधित तथ्यपरक रिपोर्टिंग काफी महत्वपूर्ण हैं.”

इन पुरस्कारों का मकसद लोगों के मौलिक अधिकारों के प्रति सम्मान बढ़ाना और इन अधिकारों के तहत प्राप्त स्वतंत्रताओं के समक्ष खतरों पर ध्यान केंद्रित करना है. इन पुरस्कारों केलिए हर साल पूरे एशिया से सैकड़ों प्रविष्टियां प्राप्त होती हैं. इनके तहत ब्रेकिंग न्यूज से लेकर कमेंट्री तक की 16 श्रेणियां हैं और इनमें सभी माध्यम शामिल हैं - लेखन, फोटोग्राफी, वीडियो, ऑडियो और मल्टीमीडिया. पुरस्कार के लिए आवेदन निःशुल्क है और प्रविष्टियां अंग्रेजी या चीनी भाषा में भेजी जा सकती हैं.

क्रोनकाइट स्कूल के डीन डॉ. बैटिन्टो एल. बैट्स, जूनियर ने कहा, “क्रोनकाइट स्कूल अमेरिका का महज एक प्रमुख पत्रकारिता और जन-संचार संस्थान नहीं है - हमारा लक्ष्य बदलाव की वैश्विक ताकत बनना है. अगले 25 सालों में ह्यूमन राइट्स प्रेस अवार्ड्स प्रदान करने के लिए बेहद मज़बूत बुनियाद उपलब्ध कराने हेतु ह्यूमन राइट्स वॉच के साथ यह साझेदारी इस मिशन के लिए सर्वथा उपयुक्त है. अगले 25 सालों में मानवाधिकार संबंधी रिपोर्टिंग के लिए इन पुरस्कारों को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान के रूप में मान्यता प्राप्त होगी.”

2023 के विजेताओं की घोषणा 3 मई, 2023 को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर की जाएगी. ह्यूमन राइट्स वॉच और क्रोनकाइट स्कूल 2022 के उन विजेताओं को भी मान्यता देगा जिन्हें हांगकांग में पुरस्कार रद्द किए जाने के बाद औपचारिक रूप से सम्मानित नहीं किया गया.

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